हम साथ है हमेशा
ये वादा रहा था बचपन का
दोस्ती अब भी है हमारी
ये वादा अब भी है जवा…
तसल्ली भी है
राहत भी है
मेरे रेहन-ओ-दिल में
दोस्ती की इबादत भी है…
मैं लाख समझू
अपने आप को खुदसे
मुझे समझते कुछ दोस्त है
मुझसे बेहतर मुझे…
मंज़िल पर हमसफ़र
और ज़ख्म पर मरहम
ये दोस्ती है यारों
ये रहती है साथ हरदम…
रुतबा दोस्ती का
एक अलग जायका रखता है
मिज़ाज सबसे हटके है जो
दोस्ती में प्यार का ढंग बदलता है…

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