ऐतराज़ हो खुशी से
नाराज़गी को अगर,
दोस्ती कर देती है सुलह
बड़ी आसानी से दोनो में मगर…
खामोशी ना समझी जो बात
वो दोस्त ने पढ़ली मेरे
पल भर में राहत मिली
जब बात दोस्त से करली मैंने…
दर्द की दवा है यारी
जिंदगी में खुशी है यारी
जो बिगड़े मिजाज सुधार दे
वो निभाने वाली जिम्मेदारी है यारी…
अगर ज़िंदगी का कोई सितम
तुम पर पड़े भारी
किसी दोस्त से मुलाक़ात करलो
निकल जाएगा वो वक्त भी…
दूरी है दिल से अपने
मगर नहीं वो दूर अपने दोस्तों से
एक डोर बंधी है उनसे
जिंदगी का मकसद समझते…

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