प्यार जो तारीफ के काबिल है, यही है!

हा! ये प्यार है...

जिस दिन मुझे लगा मैंने खुदको खो दिया, उसी दिन मुझे मेरा प्यार मिल गया. प्यार जिसकी मुझे तारीफ करने का मन करता है. जैसे मुझे चाहिए बिलकुल वैसा ही. तुम्हारा ख़याल रखने वाला, तुम्हे साथ देनेवाला किसे नहीं पसंद. जब मेरा प्यार पर से विश्वास नहीं रहा था, मेरा मन मायूस हो गया था उसी दौरान वो मेरे जिंदगी में आया. जब मुझे किसी की सब से ज्यादा जरुरत थी, तब उसने मेरे साथ रहकर मुझे संभाला.

एक वक़्त के बाद हर किसीको लगता है मेरे लिए भी कोई तो हो. जो मेरा खयाल रखे, किसी चीज़ की ज़रूरत पड़े तो पूछे, दिल से प्यार करे. क्योंकि हर मामले में अपने माँ बाप नहीं आ सकते. सच कहु तो ये सब मजेदार होता है, हां! मैंने ये मेहसूस किया है उसके साथ रहकर. ये सब शुरू हुआ जब हम मेरी दोस्त के गांव गए थे. साथ ही हमारे दोस्त लोग भी थे. और बेशक ये भी था साथ मेरे.

एक दिन हम खाना खाने के बाद आंगन में बैठे थे. सितारों से भरे उस आसमान के निचे बैठे हुए. वहां पर चाँद तो था और वो भी लाल रंग से भरा हुआ. मैंने इसे आवाज़ दिया, ” देखो वो चाँद बेहद खूबसूरत लग रहा है ना! मानो उसका वो रंग आसमान ने ओढ़ लिया हो.” उसने कहां,”हा यार, सचमे खूबसूरत है.” फिर वही बैठ के हमने उस खूबसूरत रात में साथ वक़्त बिताया. घूमने के वक़्त हम साथ ही थे पूरा वक़्त. हमारे सारे दोस्त हमे चिढ़ा रहे थे और उस पल का मजा ले रहे थे. मगर हमने ध्यान नहीं दिया.

वो एक पल आया जिस पल मुझे लगा मै प्यार हूँ. क्योंकि वक़्त आने पर पसदं बदल सकती है मगर प्यार नहीं ऐसे मुझे लगता है. वो मेरा बहोत करीबी दोस्त है और शायद हमेशा रहेगा. किसी करीबी यार के प्यार में गिरना एक अलग ही मजा देता है. क्योंकि यहाँ हमे प्यार का इजहार करना नहीं पड़ता वो खुद-बखुद पता चल जाता है अगर चाहो तो. हर एक लमहा उसके साथ बिताया हुआ खास और मनचाहा है मेरे लिए. तो ये है मेरा प्यार.

@UgtWorld



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