करीब

मिलने की आस हो बाँहों में घेरे
किनारे खड़े कश्ती की राह देखते हुए
लहरों का मधुर स्वर सन्नाटे में धुन बनाते हुए

कारवां घूमता हुआ अनगिनत यादें साथ लिए हुए
वो श्याम की ढलती किरणे
वो हवा का रुख मोड़ते हुए
वो एहसास कोई पास होने का
मन को महसूस होते हुए
कोई आए चुपके से ध्यान ना हो जब
लगाए गले आहिस्ता से मैं हूँ यहीं कहते हुए
चैन मिले सूकून की पनाह में
वो पनाह मिले उसके करीब होके….

@UgtWorld

बेचैनी

लिख दिए खत कई सारे खुदको
कुछ इस तरह से सिमट रही है बातें मेरी मुझको…
खबर तो है दिल बेचैन है
है गुम कहीं ये चैन
लफ्ज़ उतारे है सीधे
अब हलका महसूस कर रहा ज़हन ये..
काश आसान होता
इन ख़यालों से छुटकारा पाना
उन्हें अच्छे ख्वाबों से मिलान
कुछ तो हो ज़िन्दगी के मायने
शायद यहीं सबक हो सिखाना…

@UgtWorld

घर

बेघर हो गए है
तालों की चावियाँ जो खो गयी
ताला तोड़ भी दे गर अब
घर में रहने को कोई नहीं
भूल गए थे राह बिच कहीं छोड़ सब रिश्ते नाते
नहीं समझेंगे किसीको ज़ज्बात
किसीको कहना भी नहीं चाहते
मिल जायेगा नया घर दोबारा
कोई रहे ना रहे हम रह लेंगे
मेरे खयाल मुझसे कहते हुए
सुकून भी होगा वहां हमारा इंतज़ार करते हुए …

@UgtWorld