बात कर लेनी चाहिए…

कुछ चीजें वक़्त पर होनी चाहिए!

कहते है ना, वक़्त ज़रूरी होता है. वक़्त पर कुछ चीजें होनी चाहिए. कभी कभी नहीं होती पूरी मगर हम कोशिश तो कर सकते है. फ़िलहाल हर कोई मायूसी, बेचैनी में खोया रहता है. फ़िक्र की बात को मजाक में टाल देता है. हालांकि हर बार सोच में डूबे रहना भी जायज नहीं है. इसलिए तो बात कर लेनी चाहिए.

मसला तो तब है जब कुछ सूझे ही ना हम लोगों को. और ये बिलकुल आम बात है. आजकल तो सब बोल देते है अपने मन की बात. हमारे करीब जो भी हो उनसे. लेकिन कुछ लोग अब भी डरते है या फिर ऐसे कह सकते हो उन्हें पसंद ही नहीं अपनी बातें कहना किसी से भी. कभी कभी कह देना अच्छा होता है.

“कर लो बात, कर लो दिल को हल्का! महसूस कर जाओगे फर्क हाल-ए-दिल का…” सच में फर्क पड़ता है जब हम अपने अंदर दबी भड़ास कहो या फिर अपनी भावनाए बयां कर देते है. थोड़ी राहत थोड़ी, ताज़गी मिल जाती है. कम सोचा करो और ज़रूरत पड़े तो खुद से ही बात कर लिया करो. चैन न सही कुछ देर का सुकून पा लोगे.

@UgtWorld