किससे करू शिकायत तेरी
किस से कहूं दिल का हालखैर ये अल्फाज और कलम है बाकी
दो घूंट शराब और वही हाल
मतलब की दुनिया में
मतलबी लोग है
कही अपने पराए होते है
कही अपने धोका देते है
लिखना क्यों होता है
दर्द कलम पर
ये शायर सिर्फ इसी बात के लिए
मशहूर होते है क्या?
सोच की बरसात है यहा
मत भीगा करो उसमें
या तो जुकाम हो जायेगा नाराजगी का
या मायूसी में बीमार पड़ जाओगे
मकसद ना होना
बड़ा जान लेवा होता है
बिन बात के लिए दुख जाता है