मेरे कहने मे कुछ ढूंढ ना लेना

मै लिखता कुछ और हूं

लफ्ज़ कुछ और कह जाते है…

सिमट लो खुशी के पलों को

जिंदगी का सफर बड़ा ही मजेदार होगा

एक तरफ दोस्ती, साथ मे प्यार

एक तरफ मंज़िल का रास्ता होगा….

फिकर करते रहना कमजोरी है

उसपर मात करके आगे चलना चाहिए

रास्ते में अगर रुकावटें आए कई सारी

अपने इरादों से जुड़े रहना चाहिए…

नाराजगी के फलसफे का

हाल दोहराता हूँ

मै शायर हूं, लफ्जो से

ही सच बोल पाता हूँ…

मीठे मीठे शब्दों से

भरती नहीं तिजोरी मेरी

कड़वाहट भी ठहरती है यहा

जो करती है उनकी बराबरी…

Related Posts