खयाल में आया कुछ
कहना चाहा था कुछ,
सोचा आप ही करदोगे मदत थोड़ी
पर सोचा कुछ और हुआ कुछ….
कुछ बात हो तो समझ आएगी
बिना समझे सोच कहा जाएगी,
ये तो बेमतलब की बातें और खयाल है
‘गर यूहीं फस गए तो हसीं कहासे आएगी….
दिल भी परेशान करता है ना
तकलीफ देता है सबको,
पता नहीं ऐसा क्या करता है
कुछ ना कहे तो बोल देता है सबको…
देखो ना कैसी हालत है
बेकरारी है और बेचैनी है,
खबर नहीं क्या हुआ है मुझे
शायद दिमाग से नहीं बैर है दिल से…
कभी कबार हो जाता है ग़लत
हमसे ही हो अच्छा, ऐसा तो नहीं,
पर जता दिया वही अच्छा हुआ
फिर ना गलती होगी कोई मौका ही नहीं…
Nice Lines
Thank you for your feedback…