
सिर्फ बहुआ मिली होगी यही सोचा ना!
हम तो दुश्मन को भी दुआ देते है
तू तो इश्क़ है तुझे भी दुआ ही देंगे ना..

जिनका ना होना
ज्यादा बेहतर होता है
हर बार नासमझ सी
बरताव सबसे घिनौना रहता है…

छोड़ा है तुमने मुझको
और कहते हो,
इल्जाम ना लगाना खुदपर
कोई मिला तो भी कहते है
यार आजाद किया है उसको
प्यार जो था उसपर….
Nice Lines
Thank you for your feedback…